राजा की रानी

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मैंने पूछा, “स्वामीजी कौन?” उनके साथी ने इसका जवाब दिया। बोले, “स्वामी वज्रानन्द। उमर कम है तो क्या अगाध पण्डित हैं, अगाध...” “उन्हें आप लोग पहिचानते हैं क्या?” “पहिचानते नहीं? खूब। ...

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